Menu
blogid : 25540 postid : 1310195

हर रूप में बार बार ….

Awara Masiha - A Vagabond Angel
Awara Masiha - A Vagabond Angel
  • 199 Posts
  • 2 Comments

किसी को मोहब्बत होती है जिस्म से , तो
किसी को होती है अपनी जान से

कोई मर मिटता है किसी के हुस्न पर , तो कोई
होता है फ़िदा अदा पर

मैं अपनी मोहब्बत और चाहत की क्या तारीफ़
करूँ

जो शुरू और खत्म होती है बस तेरे नाम से ….

तू
करती है शिकवे शिकायत मेरी मोहब्बत के बार बार

उसे तोल कर देखती है रूह के रिश्तों में हर
बार

कभी मेरी रूह से मेरे जिस्म का हाल भी पूछ
लेना

जिसने बस तुझे चाहे हर रूप में बार बार ….

By
Kapil Kumar

Awara Masiha


Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh