हाँ जुदाई से डरता है दिल.. हाँ जुदाई से डरता है दिल.. मौत से तो मैं डरता नही..और डरता तो सुन ले सनम… सुन ले सनम…. प्यार तुझसे मैं करता नही..प्यार तुझसे मैं करता नही..
मैं अकेला ना रह पाऊंगा …दूर तक रात ही रात है … जिन्दगी एक अलग चीज़ है …जिन्दा रहना अलग बात है .. उम्र कैसे गुज़ार पाएगी ….उम्र कैसे गुज़ार पाएगी …. एक पल जब गुज़रता नहीं …..और डरता तो सुन ले सनम… सुन ले सनम….. प्यार तुझसे मैं करता नही..प्यार तुझसे मैं करता नही..
ग़म का मौसम गुज़रता नहीं …जख़्म यादों का भरता नहीं … रात पर्वत है कटती नहीं …दिन है दरिया उतरता नहीं … मेरी नींदों में आ जायेगी …धूप सूरज का खंजर लिए … तोड़ने मेरा दिल आएगा चाँद हाथों में पत्थर लिए …
दिल डरता है मुझको मग़र ….दिल डरता है मुझको मग़र …. मैं यक़ीन दिल पर करता नहीं ….और डरता तो सुन ले सनम… सुन ले सनम…. प्यार तुझसे मैं करता नही..प्यार तुझसे मैं करता नही..
हाँ जुदाई से डरता है दिल..मौत से तो मैं डरती नही… और डरती तो सुन ले सनम…सुन ले सनम… प्यार तुझसे मैं करती नही..हा जुदाई से डरता है दिल….
एक अरमान इस पार है…एक अरमान उस पार है…. हमने खुद ही बनायी थी जो….रास्ते मे वो दीवार है…. एक ख़ुशी दिल ने क्या मांग ली…..हर ख़ुशी को नज़र लग गयी…. ज़िन्दगी जब क़रीब आई तो…..ज़िन्दगी को नज़र लग गयी…..
अब तमन्ना हो दिल में कोई….मैं तमन्ना भी करती नही…. और डरती तो सुन ले सनम….. सुन ले सनम….. प्यार तुझसे मै करती नही….हा जुदाई से डरता है दिल..
मन से मन का है बंधन अगर….तन मिले ना मिले कुछ नही… मन का चन्दन महकता रहे….मन ही सब कुछ है तन कुछ नहीं … आसमानो में सो जायेगा…दास्तानों मे खो जायेगा…. तन किसी रोज़ बन कर धुंआ….इन हवाओ का हो जायेगा
प्यार रहता है जिंदा सदा…आत्मा है यह मरती नही… और डरती तो सुन ले सनम… सुन ले सनम… प्यार तुझसे मैं करती नही.. हा जुदाई से डरता है दिल..
कई बार जिंदगी में फ़िल्मी गाने हकीकत बनकर उभर आते है। ऐसे ही इस गाने ने मेरे जीवन का सारांश जाने अनजाने लिख दिया। ….
By
Kapil Kumar
हाँ जुदाई से डरता है दिल.. हाँ जुदाई से डरता है दिल.. मौत से तो मैं डरता नही..और डरता तो सुन ले सनम… सुन ले सनम…. प्यार तुझसे मैं करता नही..प्यार तुझसे मैं करता नही..
मैं अकेला ना रह पाऊंगा …दूर तक रात ही रात है … जिन्दगी एक अलग चीज़ है …जिन्दा रहना अलग बात है .. उम्र कैसे गुज़ार पाएगी ….उम्र कैसे गुज़ार पाएगी …. एक पल जब गुज़रता नहीं …..और डरता तो सुन ले सनम… सुन ले सनम….. प्यार तुझसे मैं करता नही..प्यार तुझसे मैं करता नही..
ग़म का मौसम गुज़रता नहीं …जख़्म यादों का भरता नहीं … रात पर्वत है कटती नहीं …दिन है दरिया उतरता नहीं … मेरी नींदों में आ जायेगी …धूप सूरज का खंजर लिए … तोड़ने मेरा दिल आएगा चाँद हाथों में पत्थर लिए …
दिल डरता है मुझको मग़र ….दिल डरता है मुझको मग़र …. मैं यक़ीन दिल पर करता नहीं ….और डरता तो सुन ले सनम… सुन ले सनम…. प्यार तुझसे मैं करता नही..प्यार तुझसे मैं करता नही..
हाँ जुदाई से डरता है दिल..मौत से तो मैं डरती नही… और डरती तो सुन ले सनम…सुन ले सनम… प्यार तुझसे मैं करती नही..हा जुदाई से डरता है दिल….
एक अरमान इस पार है…एक अरमान उस पार है…. हमने खुद ही बनायी थी जो….रास्ते मे वो दीवार है…. एक ख़ुशी दिल ने क्या मांग ली…..हर ख़ुशी को नज़र लग गयी…. ज़िन्दगी जब क़रीब आई तो…..ज़िन्दगी को नज़र लग गयी…..
अब तमन्ना हो दिल में कोई….मैं तमन्ना भी करती नही…. और डरती तो सुन ले सनम….. सुन ले सनम….. प्यार तुझसे मै करती नही….हा जुदाई से डरता है दिल..
मन से मन का है बंधन अगर….तन मिले ना मिले कुछ नही… मन का चन्दन महकता रहे….मन ही सब कुछ है तन कुछ नहीं … आसमानो में सो जायेगा…दास्तानों मे खो जायेगा…. तन किसी रोज़ बन कर धुंआ….इन हवाओ का हो जायेगा
प्यार रहता है जिंदा सदा…आत्मा है यह मरती नही… और डरती तो सुन ले सनम… सुन ले सनम… प्यार तुझसे मैं करती नही.. हा जुदाई से डरता है दिल..
कई बार जिंदगी में फ़िल्मी गाने हकीकत बनकर उभर आते है। ऐसे ही इस गाने ने मेरे जीवन का सारांश जाने अनजाने लिख दिया। ….
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK
Read Comments