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लव के हिडन इफेक्ट्स !

Awara Masiha - A Vagabond Angel
Awara Masiha - A Vagabond Angel
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बोली आज मैं बहुत खुश हूँ!! …कपिल बोला ..क्या बात है …अपने चिपरिचित अंदाज में मुस्कुराई और चुप हो गयी ….

उसकी यही अदा कपिल को लुभाती , तडपाती और कभी कभी खुंदक भी दिला देती ..की यह खुद आकर राग छेड़ती है, पर गाना गाने के नाम पर चुप होजाती है … खेर, थोड़ी देर कपिल को तडपाने के बाद , कामिनी बोली ..आज मैं और स्टीव …..शाम को मूवी देखने जा रहे है …आज स्टीव का जन्म दिन है…. तो… मैं और वोह पूरी मस्ती करेंगे ..ऐसा कह उसने अपनी इक अल्हड , शोख और धूर्त मुस्कुराहट से कपिल के दिल को भेद डाला ..कपिल ने  अपने जज्बातों को काबू में रख, होल से मुस्कुरा कर कहा, अच्छी बात है और अभी वोह कुछ आगे बोलता की ….अचानक ,कामिनी बोली ..अरे याद आया ..मुझे इक जरूरी ईमेल भेजनी है ..और ऐसा कह वंहा से खिसक ली !!….

कामिनी का नया नया इश्क इक गोरे  से शुरू हुआ था जो उम्र में उससे कम से कम १६/१७ बड़ा और गन्दा सा था…..पर उसके बारे में वोह डींगे ऐसे मारती ना  जाने किस राजकुमार के साथ वोह डेटिंग कर रही है!!….

शायद वोह उन लोगो में से थी जो अपने रंग के काम्प्लेक्स में ,हमेशा गोरी चमड़ी के पीछे भाग उनकी जूती बन कर अपने को खुशनसीब समझते हैं!! ….

कामिनी २५/२६ साल की मझले कद की इक सांवली सी लड़की थी ..जो देखने में बहुत खुबसूरत तो नहीं पर अच्छी जरुर कहा जा सकती है की श्रेणी में आती थी …उसका इक प्लस पॉइंट था की वोह निहायत ही बोल्ड , वाचाल और आत्मविश्वासी लड़की थी!!…

कपिल अधेड़ उम्र का वोह शोहदा था…..जो अपनी घर ग्रहस्थी के बोझ के निचे दबा पड़ा था… वोह किसी ऐसी लड़की या औरत की तलाश में था,जो उसकी वीरान जिन्दगी में कुछ पल रौशनी के बिखेर दे …. वोह हर, किसी लड़की में इक पत्नी धुंडने लग जाता.. जो ..उसके बच्चो के साथ, साथ उसका भी ख्याल रख सके …उसी इंतजार में, अभी तक, उसने अपनी पत्नी को डाइवोर्स नहीं किया था…..की जब तक बच्चो की दूसरी माँ का इंतजाम ना हो जाये तब तक बच्चो की खातिर उनकी असली माँ को ही झेला जाए….

कपिल और कामिनी कहने को तो दोस्ती की डींगे मारते…..पर असल में, दोनों की दोस्ती टॉम एंड जेरी के जैसे थी….जिसमे कामिनी उसे हर बार पछाड़ देती…

उनका खेल जुआरियो के मशहूर गेम “फ्लेश” के जैसा था…जिसमे कामिनी अपने पत्ते देख के और कपिल ब्लाइंड खेल रहा था…..पर हकीकत में कामिनी को कपिल के पत्ते भी मालूम थे…इसलिए वोह जैसे जब चाहती ….खेल का का रुख अपनी मर्जी के मुताबिक मोड़ लेती !!…..

कामिनी  का अपना लाइफ स्टाइल था….बिना गाड़ी होते हुए भी….वोह हमेशा नयी नयी गाडीओ पे सवार होती…..सुबह किसी के साथ ऑफिस आती , लंच किसी के साथ जाती तो शाम को वापस किसी के साथ घर जाती….डिनर तो इसके सरप्राइज ही रहते…उसके कितने आशिक और कितने असली दोस्त थे, यह तो शायद उसे भी याद न था!!

इतने कड़े कम्पटीशन में ना जाने…. किसी मुंगेरी लाल के सपने की तरह कपिल उसके सपने देखता था, यह भी इक खोज का विषय था!…. कामिनी, कभी कपिल से इतनी बेतक्लुफी से बात करती की, दुनिया में कपिल के सिवाय उसका कोई नहीं और कभी इतनी बेरुखी दिखा देती की जैसे वोह उसको जानती तक नहीं ….कपिल भी मन ही मन खून का घूंट पिए उसके इशारो पर नाचता….उसे इंतजार था की, कब कामिनी गलती करे और कब वोह उसके गिरने का फायदा उठाकर उसे अपनी बना ले!!!…..

कामिनी के ‘स्टीव” वाले शफुगे से कपिल के ऊपर इस बार ज्यादा असर न पड़ा…..उसे उसके इस खेल की आदत हो चुकी थी…..उसे पता था कामिनी वोह जंगली घोड़ी है, जिसपे लगाम बिना उसकी इच्छा के लगाना असंभव है!! ….

इक दिन कपिल बुक स्टोर से कोई किताब खरीदने गया…..तो ..वंहा कामिनी और स्टीव को देख चोंक पड़ा …दोनों स्टोर के इक कोने में दिन दुनिया से दूर इक दुसरे में मग्न अपने होटो को जोड़े इक साझा किताब लिख रहे थे

.उन्हें इस हालत में देख कपिल के दिल पे छुरी चल गयी…..पर वोह कर भी क्या सकता था….

अब यह तो खुदा की मर्जी थी किसीके  खाते में हूर तो किसीके  खाते में लंगूर लिख देता!!…..

ऐसा ना था, की ,कामिनी को कपिल के दिल का हाल मालूम ना था…..इक बार इस विषय को लेकर दोनों में कहा सुनी हो चुकी थी…..जिसपे कामिनी ने कपिल से साफ़ साफ़ कह दिया था…. वोह उससे दोस्ती से ज्यादा किसी ओर रिश्ते की उम्मीद ना रखे और इशारो ही इशारो में उसने यह भी कह दिया, की….

उसके दिन, अभी इतने भी नहीं ख़राब नहीं हुए की ,वोह ,किसी शादी शुदा ,इक बच्चे के बाप के साथ अपनी जिन्दगी बिताने की सोचे!!…..

वक़्त के साथ कामिनी ने अपने कैरियर में सफलता की नयी नयी ऊंचाईयों को छुआ!! …उसके दोस्त आते रहे और जाते रहे ,पर कपिल से उसकी दोस्ती किसी तरह से घिसट पिस्ट के चलती रही ….

कपिल के पास भी ना तो ज्यादा वक़्त था , ना ही ज्यादा चाहत और ना ही ज्यादा विकल्प की वोह अपनी दुनिया फिर से बसा लेता, वोह भी कामिनी की दोस्ती में इक छोटी सी , झूटी सी ,उम्मीद की किरण के सहारे उससे बंधा पड़ा था!!…….

कामिनी समय समय पे नौकरी के सिलसिले में दुनिया के कोने कोने घूम के आती….और हर बार आने पर  देश दुनिया के अनुभव कपिल को जरुर सुनाती…..की, कैसे किस देश में उसे कौन मिला और कैसे कामिनी का उसके साथ समय बीता…..कपिल हर बार उससे यही सवाल करता की वोह किस्से और कब शादी कर रही है?

और हर बार की तरह कामिनी अपनी केमिकल एनालिसिस का हवाला देकर, यह कहती की ,जब तक उसे कोई ऐसा नहीं मिल जाता, जिससे उसका दिल पूरी तरह से ना मिले, वोह किसी के साथ किसी बंधन में नहीं बंधेगी और ज्यादा पूछने पर कपिल से उल्टा पूछ बैठती ..की उसने शादी करके कौनसी खुशियाँ हासिल कर ली ..जिन्हें वोह मिस कर रही है ? ……

कपिल, आज तक ना समझ आया की…… कामिनी  कितने मर्दों के साथ अपनी केमिकल एनालिसिस चेक कर रही थी या कर चुकी  थी ?……

देखते ही देखते २५/२६ की अल्हड शोख और जवान कामिनी ३५/३६ में पहुँच गयी!…

कल तक ,जो उसके आगे पीछे घूमते थे, वोह सब ,अपनी घर दुनिया में रम गए, अब उनपे कामिनी के चोंचलों और लटक झटक के लिए वक़्त ना होता …सबको पता था इन तिलों में तेल नहीं तो, क्यों कोई अपना टाइम खोटा करता …..

पर इक बावरा था, जो अभी तक उसी शिदत से उसका दीवाना था ….कामिनी, अब भी उसे अपनी मर्जी से नचाती थी… पर उसमे ,पहले जैसे कुटिलता के बजाय कपिल से दिल ही दिल में हमदर्दी होती …वोह उससे कहती, अगर वोह अपनी पत्नी को डाइवोर्स करके आये तब उसके बाद वोह कुछ सोच सकती है …..

पर कपिल यह कदम उठाने से पहले कामिनी का कमिटमेंट चाहता था ..जिसे करने में वोह ना नुकुर करती….

कपिल अपनी प्रोफेशनल लाइफ का फंडा ,लव लाइफ पे लगता, की, लगी लगायी नौकरी तब तक नहीं छोडनी चाहिए जब तक दूसरी ना मिल जाए भले ही नौकरी में रोज गाली गल्लोज , जुत्ता पतराम होता रहे!! …..

इक दिन कामिनी का कपिल को फ़ोन आया …की क्या वोह उसे कॉफ़ी  हाउस  में कॉफ़ी के लिए मिल सकता है …हर बार की तरह कपिल ने बिना सोचे समझे उससे मिलने का वादा कर दिया और दिए हुए समय पर कामिनी से मिलने पहुँच गया ….

वंहा पर कामिनी उससे बड़े मिलनसार भाव से मिली और बोली की वोह आजकल, किसी के साथ डेटिंग कर रही है और वोह अपने बॉयफ्रेंड से कपिल को मिलवाना चाहती है, की, कपिल देख के उसे जज कर सके ….कपिल की हालत भी अजीब हो गयी ..लगता था ….

अपनी ही अर्थी खुद अपने हाथो से सजाने वाला और उसे उठाने वाला वोह दुनिया का इक निराली  किस्म का मुर्दा था!!!……

यह सितमगर भी उसकी वोह परीक्षा ले रहा था, जिसमे रुसवाई , जगहंसाई और जिल्लत के सिवा कुछ भी ना था!!…..

कई बार इश्क में नाकामी इन्सान को इतना जिद्दी बना देती है, की वोह सिर्फ, उस चीज को हासिल करना  चाहता है, जो उसकी पहुँच से दूर होती है ….

यूँ,  तो कपिल को लडकियों और औरतो की कमी ना थी…..पर उसे भी जिद्द थी की, वोह इसी घोड़ी पे इक दिन लगाम कसके रहेगा!!….

कामिनी ने जब उसे यह बताया की उसका बॉयफ्रेंड शादी-शुदा है और इक बच्चे का बाप  भी है, तो कपिल की प्रशनवाचक नजरो से वोह अपनी नजरे न मिला सकी और बात को बदलते हुए बोली…..की, उसके बॉयफ्रेंड ने अपनी शादी को तोड़ने के लिए अर्जी फाइल कर रखी है और जल्दी ही उसे डाइवोर्स मिल जायेगा!!…..

ना जाने क्यों, कपिल को आज पहली बार शर्मिंदगी की जगह कामिनी की हालत पे दया आई ….

जब वोह उसके बॉयफ्रेंड से मिला तो उसे .. अन्दर ही अन्दर इक ख़ुशी सी हई की कामिनी को आज भी उससे बेहतर विकल्प नहीं मिला!….कपिल, कामिनी की चालो और तिरस्कार से अन्दर ही अन्दर वोह नफरत पाल बैठा की ..अब उसके बुरे में उसे आनंद की अनुभूति होने लगी थी !!….

ना , जाने यह नए ज़माने का कैसे प्रेम था ..जिसमे पाना ही अंतिम उद्देश्य, त्याग और बलिदान की बाते सिर्फ किताब के पन्नो तक सिमित हो चुकी थी !….

काफी दिन बीत गए,कपिल को कामिनी की कोई खोज खबर ना मिली ….इसी बीच इक दिन, कपिल की दिल फैंक आशिकी रंग लायी….शायद संसार का नियम है …

इंसान अपने प्रयास को जारी रखे तो,इक दिन मंजिल खुद ब खुद चलकर आजाती है….

कपिल की मुलाकात क्रिस्टीना से हो गयी! क्रिस्टीना इक २६/२७ उम्र की इक बहुत ही सुन्दर और जहीन लड़की थी ….बातो ही बातो में ना जाने उसे कपिल में क्या नजर आया की वोह उसे अपना दिल उसे दे बैठी …..

कपिल अपनी पुरानी असफलताओ से इतना निराश हो चूका था की जब क्रिस्टीना ने उससे कहा की वोह ही उसका  असली “सोल मेट “ है तो उसे अपने कानो और आँखों पर विश्वास ना हुआ !…..

जब भरी जवानी में इतने धक्के , तिगडम और दंड पेलने के बाद भी क्रिस्टीना जैसे लड़की ने घास नहीं डाली ,तो …….आज ..जब उसके पास जवानी के नाम पे सिर्फ कुछ चिल्लर और बुढ़ापे के नाम पे पूरी दौलत इकठी हो चुकी है ….तब कैसे, इक कमसिन , खुबसूरत और जवान लड़की उसे अपने सपनो का राजकुमार मान सकती है ?

कपिल ने क्रिस्टीना को सास्फ़ साफ बता दिया की वोह दो बच्चो का बाप है और उससे अपनी पत्नी से अभी डाइवोर्स फाइल करना बाकी है!! ….

क्रिस्टीना , कपिल के व्यक्तित्व कहे या इश्क में इतनी अंधी थी….की उसे, इन सब बातो से कोई मतलब  नहीं था.. की, कपिल देखने में कैसा है? या उसकी उम्र क्या है ??.. इक दिन कपिल ने अपनी और कामिनी की असफल मोहब्बत की दास्तान क्रिस्टीना को सुनाई तो वोह कामिनी से मिलने की जिद कर बैठी…की वोह कौन बदनसीब थी जिसने कपिल जैसे सच्चे प्रेमी को नहीं पहचाना? ……

आज ,कपिल का मन, मयूर बन नाच रहा था और आज वोह क्रिस्टीना से कामिनी की मुलाकात करवा रहा था!!…….या…

आज वोह कामिनी से अपनी आज तक की हुयी रुसवाई का हिसाब किताब निपटाना चाहता था !!…

कपिल ने कामिनी से मिलने के लिए कहा, तो उसने उसे, अपने घर पे बुला लिया …कपिल ने कामिनी को अब तक नहीं बताया था, की, उसका किसी लड़की के साथ अफयेर चल रहा है!! ….

कपिल ने क्रिस्टीना को कामिनी का पता दिया और कहा की वोह शाम को ६ बजे कामिनी के घर पे सीधे आजाये!!….

कपिल जब कामिनी के घर पहुंचा तो ….घर का माहौल कुछ अलग ही रंग का था ..लगता था कामिनी ने बड़ी मेहनत करके घर को सजाया और संवारा था…. किचन से उठी खुशबु बता रही की ,उसमें भी उसने काफी मेहनत की थी….आज कपिल ने पहली बार कामिनी को अपने सामने ,इतने मेकअप में देखा …लगता था उम्र ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था ..जिसे छुपाने की इक असफल कोशिस कामिनी ने अपनी तरफ से की थी!! ….

कपिल को देख कामिनी ऐसे मुस्कुरायी जैसे कोई उसका जन्म जन्म का बिछड़ा मिला हो …कामिनी का यह वयवहार कपिल के लिए अजीब सा था ..इससे पहले.. वोह जब भी उससे मिलता तो वोह उससे हमेशा थोड़ी दुरी और ओपचारिकता रखती थी ….पर आज तो वोह बात बात पे उसे छेड़ और छु रही थी!……

बातो का सिलसिला शुरू हुआ और कामिनी बोली ..कपिल तुम्हे आज देख कर मैं बहुत खुश हूँ ….कपिल ने हैरानी से पुछा तुम्हे आज क्या हो गया है? …तुम्हारा वोह बॉयफ्रेंड कंहा है ? कपिल की बात सुन कामिनी सीरियस हो गयी और बोली हम दोनों का ब्रेकअप हो चूका है.. ..

मैं उसका नाम भी नहीं लेना चाहती और ऐसा कह उसका गला भर आया ….कपिल से रहा न गया ..लगता था पुरानी दबी हुयी बची कुची मोहब्बत बहार निकलने को बेताब हो थी …कपिल ने पुछा, आखिर हुआ क्या?

कामिनी ने इक गहरी साँस ली और बताया की वोह इक फ्रॉड था….जो उस जैसी, अधेड़ कुवारी लडकियों को फंसाता और अपने डाइवोर्स के नाम पे उनसे पैसे ऐंठ लेता….वोह भी उसके  बहुत सारे पैसो का चुना लगा कर गायब हो गया!!….अचानक कामिनी, कपिल के नजदीक आई और बोली ….

मुझे मालूम है की तुम मुझे हमेशा से चाहते थे ..आज मैं तुम्हारी होना चाहती हूँ , मैं किसी भी तरह की शर्त और तुमपे किसी भी तरह का दबा नहीं डालूंगी ….तुमहे  जब भी सहूलियत लगे तुम अपनी पत्नी से डाइवोर्स फाइल कर सकते हो ….मुझे तुम्हारे सहारे की  आज सख्त जरुरत है  और ऐसा कह वोह कपिल को चूमने के लिए उसके नजदीक आगयी….

की अचानक कालबेल की आवाज से दोनों चोंक उठे ?

कामिनी और कपिल दोनों साथ साथ दरवाजे पे पहुंचे तो सामने क्रिस्टीना को खड़ी  पाया ….कामिनी ने उसे प्रशनवाचक निगाहों से देखा ?वोह उसका नाम और मकसद पूछने ही वाली थी……की. कपिल पीछे से चिल्लाया…..अरे कामिनी …

मीट माय गर्लफ्रेंड “क्रिस्टीना” और ऐसा कह वोह कामिनी की तरफ इक वयंग वाली धूर्त मुस्कराहट से मुस्कुरा दिया ……

लगता था ..आज वोह कहावत सच सीध हो गयी थी …१०० चोट सुनार की तो इक चोट लुहार की!! …..शायद किसी ने सही कहा है ….

“वक़्त कभी किसी का इंतजार नहीं करता , जो अपने सामने आये हुए मौको को बार बार गवां देते है ….इक दिन सिवाय हाथ मलने के, उनके पास कुछ नहीं होता !!!”

By

Kapil Kumar

Awara Masiha

Note: “Opinions expressed are those of the authors, and are not official statements. Resemblance to any person, incident or place is purely coincidental.’ ”

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